







कार्यक्षेत्र
सुधाकर पाठक हिन्दी भाषा के समर्थक, प्रचारक और भारतीय भाषाओं के संरक्षण के पक्षधर हैं I हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए आपके द्वारा किए जा रहे कार्यों को रेखांकित करते हुए दिल्ली सरकार की हिन्दी अकादमी द्वारा आपको वर्ष 2018-19 के ‘विशेष योगदान सम्मान’ से सम्मानित किया गया है I आप 11वें विश्व हिन्दी सम्मेलन, मॉरिशस के लिए विदेश मंत्रालय के सरकारी प्रतिनिधि मंडल में सम्मिलित थे और वर्ष 2015-16 में हिन्दी अकादमी, दिल्ली के सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे हैं I
भारतीय भाषाओं के प्रचार-प्रसार एवं संवर्धन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करने वाली संस्था ‘हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी’ के आप अध्यक्ष हैं I आपके संपादन में यह संस्था एक त्रैमासिक पत्रिका ‘हिन्दुस्तानी भाषा भारती’ का प्रकाशन करती है I भारतीय भाषाओं के शिक्षकों के संगठन ‘ शिक्षक प्रकोष्ठ ’ के आप संचालक भी हैं I
आपका मानना है कि विश्व की प्रत्येक भाषा एक अमूल्य धरोहर है, इसलिए कोई भाषा विलुप्त नहीं होनी चाहिए I जब कोई भाषा मरती है तो उसके साथ उस भाषा का साहित्य, संस्कृति और सभ्यता भी मरती हैं, इसलिए किसी राष्ट्र की संस्कृति और सभ्यता को बचाना है तो उस राष्ट्र की भाषा को बचाइए I प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा में हिन्दी को अनिवार्य विषय के रूप में सम्मिलित करने के आप पक्षधर हैं I आपका मानना है कि विदेशी भाषाओं का ज्ञान भी जरूरी है, लेकिन अपनी भाषाओं की कीमत पर नहीं I देश भर के भाषा शिक्षकों और छात्रों के लिए कार्य करने वाले सुधाकर पाठक का सूक्त वाक्य है कि ‘पत्तों पर पानी डालने से नहीं, जड़ों को सींचने से बढ़ेगी हिन्दी’ और ‘भाषणों से नहीं आचरण से बचेंगी भारतीय भाषाएं’ I
आपके कविता संग्रह ‘जिंदगी कुछ यूँ ही’ का प्रकाशन वाणी प्रकाशन ने किया है और जिसका पंजाबी, अंग्रेजी एवं नेपाली में अनुवाद भी हुआ है I इस पुस्तक पर समीक्षाओं के लिए ‘साहित्य समीक्षा सम्मान’ दिया गया और चयनित समीक्षाओं पर एक पुस्तक ‘शब्द गाथा’ भी प्रकाशित हुई I आपने लगभग 20 पुस्तकों का संपादन भी किया है, जिनमें से मुख्य ‘ भाषा-गत-अनागत’, हिन्दी : विमर्श के विविध आयाम, भारतीय भाषाएँ : चिंता से चिंतन तक, प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा में भारतीय भाषाओं के समक्ष चुनौतियां आदिI इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र द्वारा प्रकाशित देश के वरिष्ठ साहित्यकारों एवं विद्वानों के वक्तव्यों पर आधारित पुस्तक ‘राष्ट्र निर्माण में हिन्दी की भूमिका’ का सह संपादन भी किया हैI
हिन्दी भाषा साहित्य के क्षेत्र में योगदान के लिए आपको उ.प्र. प्रैस क्लब का ‘सृजन सम्मान’, अमर भारती साहित्य संस्कृति सम्मान, संस्कार भारती सहित कई सस्थाओं द्वारा सम्मानित किया गया है I आपकी दूरदर्शन के विभिन्न चैनलों पर साक्षात्कार एवं परिचर्चा में सहभागिता रहती है तथा पत्र-पत्रिकाओं में आपके भारतीय भाषाओं से सम्बंधित आलेख प्रकाशित होते रहते हैं I
जीवन वृत्त
ईमेल : sudhakarpathak51@gmail.com
प्रकाशन:
- जिंदगी…कुछ यूँ ही (कविता संग्रह) पंजाबी, अंग्रेजी एवं नेपाली में अनुवाद
- शब्द गाथा (समीक्षा संग्रह)- ‘जिंदगी…कुछ यूं ही’ का समीक्षात्मक अनुशीलन
- हिन्दुस्तानी भाषा साहित्य समीक्षा सम्मान- 2015 हेतु प्राप्त श्रेष्ठ समीक्षाओं का संग्रह
- ‘मैं और मेरे पिता’ (यात्रा वृतांत) एवं ‘ज़माना बदल गया है’ (संस्मरण)-प्रकाशनाधीन
सम्पादन:
‘भाषा-गत-अनागत’, हिन्दी : विमर्श के विविध आयाम, भारतीय भाषाएँ:चिंता से चिंतन तक सहित लगभग 20 पुस्तकों का सम्पादन
सह संपादन:
इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘राष्ट्र निर्माण में हिन्दी की भूमिका’
सम्मान:
- हिन्दी अकादमी, दिल्ली सरकार का ‘विशेष योगदान सम्मान 2018-19
- 11वें विश्व हिन्दी सम्मेलन, मॉरीशस में विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के प्रतिनिधिमंडल सदस्य
- उ.प्र. प्रैस क्लब द्वारा 31वां ‘सृजन सम्मान’
- अमर भारती साहित्य संस्कृति समान
- संस्कार भारती और युवा उत्कर्ष साहित्य मंच सहित कई साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मान
रुचि:
- अध्यक्ष, हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी, दिल्ली
- (भारतीय भाषाओं के प्रचार-प्रसार एवं संवर्धन हेतु समर्पित स्ववित्तपोषित संस्था)
- संपादक, हिन्दुस्तानी भाषा भारती (भारतीय भाषाओं को समर्पित त्रैमासिक पत्रिका)
- संचालक, शिक्षक प्रकोष्ठ (भारतीय भाषाओं के शिक्षकों का संगठन)
- सदस्य, सलाहकार समिति, हिन्दी अकादमी, दिल्ली (2015-16)
कार्यक्षेत्र:
- अन्य संस्थाओं जैसे दिल्ली हिन्दी अकादमी, इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र, वैज्ञानिक एवं तकनीकी शब्दावली आयोग, राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय, दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी, दिल्ली विश्वविद्यालय, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन, देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार सहित कई संस्थानों के साथ हिन्दी सहित सभी भारतीय भाषाओँ के प्रचार-प्रसार एवं संरक्षण हेतु संयुक्त आयोजन एवं विशिष्ट वक्ता के रूप में वक्तव्य I
- संस्था के माध्यम से विभिन्न महत्वपूर्ण आयोजन
- ‘काव्य प्रतिभा खोज’ ( नव रचनाकारों को मंच देने के लिए वार्षिक आयोजन)
- ‘हिन्दुस्तानी भाषा साहित्य समीक्षा सम्मान’ (समीक्षा विधा के नए समीक्षकों को अवसर देने के उद्देश्य से समीक्षा पुस्तक प्रकाशन एवं सम्मान)
- ‘हिन्दुस्तानी भाषा काव्य प्रतिभा सम्मान’ (काव्य की विभिन्न विधाओं पर कार्य/पुस्तक प्रकाशन एवं सम्मान), लघु कथाकार सम्मान, भारतीय भाषाओं के स्तरीय साहित्य का प्रकाशन एवं अनुवाद, शिक्षकों एवं छात्रों के लिए कार्यशालाएं, संगोष्ठियाँ एवं परिचर्चायेँ –(नई शिक्षा नीति में भारतीय भाषाओं के स्थिति/शिक्षा का माध्यम/समाचार माध्यमों में हिन्दी की स्थिति/राष्ट्र निर्माण में हिन्दी की भूमिका आदि। )
विशेष:
- भारतीय भाषाओं के मेधावी छात्रों एवं उनके शिक्षकों को सम्मानित करना (भाषा रत्न सम्मान, भाषा दूत सम्मान, भाषा प्रहरी सम्मान, भाषा गौरव शिक्षक सम्मान)
- वार्षिक आयोजन- दिल्ली प्रदेश/गुरुग्राम(हरियाणा)/गाज़ियाबाद (उ.प्र.)